Last Updated on 10 October 2024 by Abhishek Gupta
नर्सिंग कोर्स कितने प्रकार के होते हैं ये अगर आप पता करना चाहते हैं, तो आज आपको Nursing Course Kitne Prakar Ke Hote Hai के बारे में जानकारी दी जाएगी।
देखिए आप में से बहुत लोग ऐसे होंगे, जो 12वीं पास कर चुके होंगे। ऐसे में बहुत लोग नर्सिंग का कोर्स करना चाहते हैं।
हालांकि How many types of nursing courses are there in Hindi? कितने प्रकार के होते है, यह अक्सर लोगों को पता नहीं होता है। इसलिए कुछ आर्टिकल में इसी को लेकर कमेंट आ रहे थे कि, इस कोर्स के कितने प्रकार होते हैं।
ऐसे में आज आपको इसी के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके लिए इस आर्टिकल को आपको लास्ट तक पढ़ना होगा।
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नर्सिंग कोर्स की पूरी जानकारी?
यहां पर हम नर्सिंग कोर्स क्या होता है, क्यों हमें नर्सिंग कोर्स करना चाहिए और फिर कितने प्रकार के यह कोर्स होते हैं, के बारे में बताना शुरू करेंगे। चलिए अब शुरू करते हैं।
नर्सिंग कोर्स क्या होता है?
यह एक ऐसा कोर्स होता है, जिसमें बच्चों को किस प्रकार से रोगियों की देखभाल करनी है, बताया जाता है। इसके साथ ही इक्विपमेंट का इस्तेमाल करना इत्यादि यहां पर बताया जाता है।
जब कोई नर्सिंग का कोर्स करता है, तब वह इसके बाद किसी भी प्राइवेट संस्थान, सरकारी संस्थाएं, क्लिनिक्स आदि जगह नर्सिंग की नौकरी कर सकता है।
अलग-अलग प्रकार के रूप में आपको नर्सिंग के कोर्स ऑफर किए जाते हैं। इसमें एजुकेशन डिग्री कोर्स के लिए तीन से चार साल का रहता है। वही सर्टिफिकेट कोर्स या डिप्लोमा कोर्स एक से दो साल तक होते हैं।
नर्सिंग कोर्स के लिए एडमिशन कैसे होता है?
अब बात करें कि, नर्सिंग कोर्स के लिए आपका एडमिशन कैसे होता है। देखिए कहीं पर यह entrance exam के जरिए भी होता है, तो कहीं पर क्लास 12वीं के मार्क्स के अकॉर्डिंग भी आपका सिलेक्शन होता है।
नर्सिंग का कोर्स क्यों सेलेक्ट करना चाहिए?
आप में से बहुत लोगों के मन में यह सवाल आ रहा होगा कि, हमें क्यों नर्सिंग का कोर्स सिलेक्ट करना चाहिए।
देखिए अगर आप नर्सिंग का कोर्स कंप्लीट करते हैं, तब आपके लिए करियर के diverse paths मिल जाते हैं। आप हॉस्पिटल, पब्लिक हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, कम्युनिटी केयर इत्यादि जगह काम कर सकते हैं।
इसके लिए बैचलर की डिग्री भी बहुत मायने रखती है। जैसा की नर्सिंग कोर्स हेल्थ केयर का backbone रहता है। ऐसे में इसमें रोगियों को इमोशनल के साथ-साथ फिजिकल भी सपोर्ट दिया जाता है।
हेल्थ केयर का में इस फील्ड का एसेंशियल रोल रहता है। इसमें वह रोगियों को मेडिकेशन देते हैं। इसके अलावा थेरेपी इत्यादि भी पेशेंट को ऑफर किए जाते हैं।
जो भी नर्सिंग का कोर्स आप करते हैं, सभी नर्सिंग कोर्स आपको promising future ऑफर करते हैं। आपको हर एक नर्सिंग का कोर्स कर फ्यूचर के ऑप्शन मिल जाते हैं।
अलग-अलग एजुकेशनल पार्ट जैसे डिप्लोमा कोर्स, अंडरग्रैजुएट कोर्स, पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स सर्टिफिकेट से आपको रीवार्डिंग कैरियर प्रोवाइड हो जाता है।
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नर्सिंग का कोर्स करने के लिए क्या एलिजिबिलिटी होनी चाहिए?
बात करें कि आपको अगर नर्सिंग का कोर्स करना है। ऐसे में आपके पास क्या एलिजिबिलिटी होनी चाहिए।
यहां पर आपको 12वीं क्लास पास करनी होगी। इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी आपके core subjects के तौर पर होने चाहिए।
भारत में नर्सिंग कोर्स कितने प्रकार के होते हैं?
बात करें कि, नर्सिंग कोर्स कौन-कौन से प्रकार होते हैं, तो बेसिकली यह तीन प्रकार के ही होते हैं। इसके बारे में नीचे विस्तार से बताया जाएगा।
1. डिग्री कोर्स
नर्सिंग कोर्स में अक्सर लोग डिग्री कोर्स करना पसंद करते हैं। यह 2 से 4 साल तक का रहता है। यह UG level पर तो ऑफर आपको किया ही जाता है।
इसके साथ ही में PG level पर भी आपको यह कोर्स ऑफर किया जाता है। आप अगर 12वीं क्लास में 50% के साथ पास करते हैं, तब आप डिग्री कोर्स नर्सिंग में ले सकते हैं।
यहां पर अगर फीस की बात की जाए, तो इसमें एवरेज फीस ₹20000 से ₹100000 तक होती है।
2. डिप्लोमा कोर्स
अगर कोई डिप्लोमा कोर्स नर्सिंग में करता है, तो वह भी आप यह कर सकते हैं। यह कोर्स भी आपको UG level लेवल के साथ-साथ पीजी लेवल के पर भी ऑफर किए जाते हैं।
आप 12वीं क्लास में अगर 50% मार्क्स प्राप्त किए हुए हैं, तब आप डिप्लोमा कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इस कोर्स का ड्यूरेशन 1 साल से 2.5 साल के बीच रहता है और इसकी फीस ₹15000 से 80000 के बीच होती है।
3. सर्टिफिकेट कोर्स
बहुत सारे लोग अगर short-term course करना चाहते हैं, तो वह सर्टिफिकेट कोर्स करना पसंद करते हैं।
इस कोर्स के ड्यूरेशन की बात करें, तो यह 6 महीने से 1 साल तक का रहता है। इस कोर्स को सिर्फ अंडरग्रैजुएट लेवल पर ही ऑफर किया जाता है।
अगर कोई professional skills प्राप्त करना चाहता है, तब लोग certificate nursing program करना पसंद करते हैं। इसकी फीस की रेंज ₹3000 से ₹35000 तक है।
12वीं क्लास के बाद बेस्ट नर्सिंग कोर्स कौन से होते हैं? 12वीं के बाद नर्सिंग कोर्स
चलिए एक टेबल के साथ आपको बताते हैं कि, आप अगर What is Panchakarma Ayurvedic course in Hindi? Course करना चाहते हैं, तो 12वीं क्लास के बाद आप कौन-कौन सा कोर्स कर सकते हैं, वहां पर आपको फीस भी बताई जाएगी।
कोर्स | फीस |
---|---|
बीएससी नर्सिंग | ₹20000 से 2.5 लाख रुपए |
पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग | 40000 रुपए से 1.7 लाख रुपए |
बीएससी नर्सिंग (Hons.) | ₹40000 से 1.75 लाख |
बीएससी नर्सिंग (पोस्ट सर्टिफिकेट) | ₹40000 से 1.75 लाख रुपए |
नर्सिंग कोर्स में मुख्य रूप से कितने कोर्स शामिल है? नर्सिंग कोर्स कितने प्रकार के होते हैं?
चलिए अब हम आपको बताएंगे कि, ऐसे कौन-कौन से कोर्स है, जो नर्सिंग में मुख्य रूप से शामिल रहते हैं। हम एक एक करके कोर्स के बारे में आपको जानकारी देंगे।
1. बीएससी नर्सिंग
इस कोर्स के बारे में आप में से बहुत लोगों ने सुना होगा। अगर आप यह कोर्स करना चाहते हैं, तो इसके लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी आपके 12वीं क्लास में सब्जेक्ट होने चाहिए।
इसके साथ ही आपकी उम्र 17 साल होनी चाहिए। अगर आप physicaly या मेंटली फिट है, तभी आप बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन के लिए एलिजिबल होते हैं।
यहां पर आपको 12वीं क्लास 45% मिनिमम के साथ पास करनी होती है।
2. MSc Nursing
अगर कोई पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स करना चाहते हैं, तब वह एमएससी नर्सिंग का कोर्स कर सकता है।
यहां अगर कोई यह कोर्स करना चाहते हैं, तो आप नर्स या मिडवाइफ किसी State Nursing Registration Council के साथ रजिस्टर्ड हो।
इसके अतिरिक्त बीएससी नर्सिंग या पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग की डिग्री हासिल आप किए हुए हैं, तो एमएससी का कोर्स कर सकते हैं। इसमें उनके 55% तक मार्क्स हो।
3. ANM course
Auxiliary Nursing Midwifery के नाम से जाने वाला ANM कोर्स भी मुख्य कोर्स में आता है। यहां पर किस प्रकार से इंडिविजुअल, फैमिली, कम्युनिटीज इत्यादि को nursing care दी जानी है, इस पर फोकस किया जाता है।
2 साल का यह कोर्स रहता है। फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी core सब्जेक्ट के तौर पर यहां पर रिक्वायर्ड होते हैं। 17 साल की अगर आपकी उम्र है, तब आप इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं।
इसके साथ ही 35 साल की उम्र यहां पर मैक्सिमम रखी गई है। इस कोर्स में एडमिशन के लिए कैंडिडेट को फिजिकल और मेंटली रूप से फिट होना भी जरूरी होता है। बता दें कि, इसका entrance exam साल में सिर्फ एक ही बार होता है।
4. जीएनएम कोर्स
जीएनएम कोर्स का फुल फॉर्म General Nursing and Midwifery होता है। आप अगर कोई डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं, तब इस डिप्लोमा कोर्स को आप persue कर सकते हैं।
इसके लिए फिजिकल और मेंटली रूप से आपको फिट भी होना पड़ेगा। अगर आपके science बैकग्राउंड और इंग्लिश को कोर सब्जेक्ट के तौर पर 50% 40% मार्क्स 12वीं में है, तो आप इस कोर्स के लिए एलिजिबल होते हैं।
इसका एंट्रेंस एग्जाम भी 1 साल में एक ही बार होता है। इसकी एज लिमिट की बात करें, तो यह 17 साल से 35 साल के बीच होता है।
5. पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग
अंडरग्रैजुएट डिग्री कोर्स में यह कोर्स शामिल है। इसके लिए कैंडिडेट को 12वीं क्लास किसी रिकॉग्नाइज्ड बोर्ड से पास करना होता है।
2 साल का यह कोर्स रहता है। अगर कोई नर्सिंग कोर्स में डिप्लोमा कोर्स या सर्टिफिकेट कोर्स किया हुआ है, तब वह इस कोर्स के लिए अप्लाई कर सकता है।
इसका एंट्रेंस एग्जाम भी एक साल में एक ही बार होता है। जो भी कैंडिडेट जो कोर्स करना चाहते हैं, उसका मेंटली और फिजिकली रूप से फिट होना भी अनिवार्य होता है।
नर्सिंग कोर्स में सिलेबस क्या होता है?
चलिए अब जानते हैं कि, अगर आप नर्सिंग का कोर्स करते हैं, चाहे आप डिप्लोमा कोर्स करें, सर्टिफिकेट कोर्स आप करें, यूजी कोर्स आप करें, उसमें कौन-कौन से सब्जेक्ट शामिल रहते हैं, इसकी लिस्ट नीचे दी गई है।
- Mental Health Nursing
- Pharmacology
- Physiology
- Nursing Foundations
- Microbiology
- Midwifery and Obstetrical Nursing
- Child Health Nursing
- English
- Nutrition
- Clinical Speciality I and II
- Nursing Management
- Nursing Education
भारत में नर्सिंग कोर्स का क्या स्कोप है?
अगर आप यह कोर्स करते हैं, तो ऐसे में आपको यह भी जानना जरूरी हो जाता है कि, नर्सिंग कोर्स का क्या स्कोप रहता है।
अगर कोई स्टूडेंट नर्सिंग का कोर्स करते हैं, तो उन्हें ढेर सारी अपॉर्चुनिटी मिल जाती है और कहा जाता है कि, जो भी नर्सिंग प्रोफेशनल होते हैं, उन्हें किसी प्रकार की uncertainity को नहीं face करना रहता है।
कहने का मतलब है कि यहां पर guaranted employment की सुविधा आपको मिल जाती है। अगर reputable health care organisation में आप काम करते हैं, तो आप वहां पर 80 हजार रुपए से पैसे कमाना शुरू कर सकते हैं।
इसके अलावा यहां पर क्लिनिक,गवर्नमेंट हॉस्पिटल आदि पर employment फाइंड किया जा सकता है।
नर्सिंग कोर्स कितने साल का होता है?
यह इस बात पर निर्भर करता है कि, आप किस प्रकार का कोर्स कर रहे हैं। क्योंकि अलग-अलग प्रकार के कोर्स अलग-अलग ड्यूरेशन के होते हैं। अगर आपको इसमें डिग्री कोर्स करते हैं, तो यह तीन से पांच साल तक होता है।
वहीं अगर आप सर्टिफिकेट कोर्स या फिर डिप्लोमा कोर्स इसमें करते हैं, तब यह लगभग डेढ़ साल तक होता है।
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FAQ: नर्सिंग कोर्स कितने प्रकार के होते हैं से ज्यादातर पूछे जाने वाले प्रश्न
बेसिकली तीन ही प्रकार की मेडिकल कोर्स भारत में होते हैं इसमें डिग्री नर्सिंग कोर्स, डिप्लोमा नर्सिंग कोर्स और सर्टिफिकेट नर्सिंग कोर्स शामिल रहता है।
ऊपर आपको अलग-अलग प्रकार के कोर्स के बारे में बताया गया। ऐसे में बात करें कि, कौन सा नर्सिंग कोर्स 12वीं के बाद बेस्ट रहता है, तो इसमें बीएससी नर्सिंग का नाम शामिल है।
जी हां, आप अगर science stream से 12वीं पास नहीं किए हुए हैं, तब आप ANM तथा GNM जैसे कोर्स कर सकते हैं। हालांकि इसमें इंग्लिश आपका कोर सब्जेक्ट होना चाहिए।
जी हां कहते हैं कि, नर्सिंग का कोर्स करने के बाद कोई भी बेरोजगार नहीं रहता है। ऐसा इसीलिए क्योंकि फिर कोई भी व्यक्ति किसी भी हेल्थ केयर सेटिंग में काम कर सकता है।
सलाह
नर्सिंग कोर्स कितने प्रकार के होते हैं के बारे में आपको आज बताया गया, जिसमें यह कोर्स क्या होता है कोर्स को करने के लिए क्या योग्यता होती है, साथ ही बेस्ट कोर्स कौन से होते है, के बारे में आपको बताया गया।
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